Amarnath yatra : जानिए अमरनाथ यात्रा का महत्व एवं इतिहास | Amarnath yatra 2020

Delhi (Amarnath Yatra): इस साल के लिए अमरनाथ यात्रा की घोषणा हो गई है। इस बार यह यात्रा 23 जून से शुरू होकर श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) 03 अगस्त तक 42 दिन चलेगी। जम्मू के राजभवन में उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में ‘श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड’ की बैठक में शुक्रवार (14 फरवरी) को फैसले पर मुहर लगाई गई। साल 2019 में यात्रा की अवधि 46 दिन, 2018 में 60 दिन की रही थी। 23 जनवरी को हिंदू कैलेंडर के अनुसार जगन्नाथ रथ यात्रा का पवित्र दिवस भी है और इस दिन ही श्री अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था दर्शन के लिए रवाना करने का निर्णय लिया गया।

Amarnath Yatra 2020

इस अवसर पर बताया गया कि 32 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 442 पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक और येस बैंक की शाखाओं में यात्रा पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होगी। एक अप्रैल से पंजीकरण का काम शुरू हो जाएगा। 2019 में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा निर्धारित होने को देखते हुए इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कोटा को बढ़ाया गया है। बोर्ड ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से यात्रा का प्रचार प्रसार बड़े पैमाने पर करने के भी निर्देश जारी किए, ताकि श्रद्धालु समय पर अनिवार्य रूप से हेल्थ सर्टिफिकेट हासिल कर लें। बोर्ड ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी से अपील की कि वह यात्रा के इच्छुक श्रद्धालुओं को बताए कि यात्रा करने से पहले वह डॉक्टरों से परामर्श ले लें। 13 साल से कम आयु और 75 साल से ज्यादा की आयु के व्यक्ति को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।

उपराज्यपाल एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन गिरीश चंद्र मुर्मू ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के प्रबंधों में और सुधार के निर्देश जारी करते हुए कहा कि कार्य योजना की फिर समीक्षा की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं, साफ सफाई के क्षेत्र में और सुधार व संवेदनशील क्षेत्रों में रेलिंग लगाने और पर्यावरण मैत्री तरीके से इंतजाम पर जोर दिया। सिंगल यूस प्लास्टिक यात्रा क्षेत्र में प्रतिबंधित रहेगी।

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